हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार, हज़रत मासूमा क़ुम स.ल. के हरम के संरक्षक, आयतुल्लाह सैयद मोहम्मद सईदी ने केंद्र के प्रमुख और पुस्तकालय के अध्यक्ष हजरत अलइस्लाम अब्बास दानिशी से मुलाकात के दौरान हज़रत फातिमा ज़हरा स.ल. की शहादत पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और उनकी शख्सियत को वास्तविक इस्लाम की सत्यता का प्रतीक बताया।
उन्होंने कहा कि हज़रत फातिमा ज़हरा स.ल.ने अपने जीवन में ऐसे कई प्रमाण और साक्ष्य छोड़े हैं जो इस्लाम की सत्यता और उसकी सच्चाई को प्रमाणित करते हैं।
आयतुल्लाह सईदी ने हज़रत फातिमा स.ल.की गुप्त क़ब्र को इस्लाम के सच्चे संदेश का एक महान प्रमाण करार दिया और कहा कि यह बात मुसलमानों के लिए गहराई से विचार करने का विषय है।
आयतुल्लाह सईदी ने दस्तावेज़ों की सुरक्षा और उनके सही उपयोग की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि दस्तावेज़ केंद्रों को न केवल दस्तावेज़ों की सुरक्षा करनी चाहिए, बल्कि उनका ज्ञान और शोध के लिए भी उपयोग होना चाहिए ताकि ये केवल संरक्षित रखने की जगह न बनें बल्कि इनसे मुस्लिम समुदाय लाभ उठा सके।
उन्होंने आगे कहा कि इमामों अ.स. की हदीसें भी उन महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों में शामिल हैं जो हमारे पास अहल-ए-बैत अ के माध्यम से पहुंची हैं और इन्हें अगली पीढ़ियों तक उसी स्थिति में पहुंचाना आवश्यक है।